Monday, 10 April 2017

" चुनाव आयोग और भ्रष्टाचार "

प्रिय भारत एवं विश्व वासियों ,

EVM प्रकरण और उत्तर प्रदेश चुनाव 2017
वोटर की भावनाओ का आदर ईमानदारी से करना ही
संविधान का पालन है , जैसे वोटर का प्यारा 
हाथी  चुनाव चिन्ह है तब उसका वोट EVM यानी
चुनाव मशीन हाथी ही प्रकट करें नाकि कमल 
या हाथ या साईकिल या हैण्डपम्प या अन्य 
किस देशद्रोही ने इस स्वच्छ प्रकिया में गडबडी की 
उसे फांसी देना ही न्याय है , यही श्री राम का चलन है ,
उन्हें छल- कपट ना पसन्द है , जैसे किसी के प्यारे 
भगवान राम, हनुमान , शिव , साईं  किसी के प्यारे ईशू ,
अल्हा तब स्वतंत्रता पूर्वक भजन करो , नाकि गड़बड 
करो ,  चुनाव मशीन स्वच्छ मशीन है परन्तु सिस्टम में 
गडबडी करना राष्ट्रद्रोह है ,

वोटर जिसमें बाल पीड़ी 18 वर्ष वाले , बूढ़े 70 वर्ष वाले ,
युवा 40 वर्ष वाले जिनकी पसन्द अलग- अलग है जैसे 
राम लाल को हाथी प्यारा है , हरी को कांग्रेस का हाथ , 
पंकज को साईकिल , रमेश को भाजपा का कमल , 
विनोद को झाडू आदि तब ईमानदारी से EVM को 
अपना काम करने दो छल- कपट मत करो , वोटर 
की भावना को भगवान समझो , ईमानदार बनो 
 EVM को छली मत बनाओ की बटन दबाया 
हाथी पर छाप लग गई कमल पर अरे 
अंग्रेजों के कपूतो , बेईमानों की संतानो, प्रेतों के 
पुत्रों ईमानदार बनकर राजगद्दी हासिल करो , 
नाकि भ्रष्टाचारी पशू सोच में सत्ता पाना या जीतना
चुनाव आयोग में कार्यरत सक्षम अधिकारी भ्रष्टतम है, 
यह पूरा भारत जानता है , 

और धन लालच में ईमानदारी बेचना पेशा बन गया 
है, यदि भारत का सक्षम अधिकारी भ्रष्टाचारी नहीं 
होता  तो भारत आज भी सोने की चिड़िया होता , 
चुनाव आयोग बतायें कि कितने जिलाधिकारी IAS 
आज पूर्णतः ईमानदार है मात्र वेतन पर ही जीवित है
जबाब - 0.01% तब चुनाव में बेईमानी होगी 

जब चुनाव आयोग ही भ्रष्ट है तब चुनाव में 
ईमानदार ही बेईमानी है

चुनौती - राष्ट्रपति भारत बतायें कि कितने IAS 
जिलाधिकारी , उपजिलाधिकारी , मण्डलायुक्त
 मात्र वेतन आधार पर ही जीवन स्तर बना कर 
रह रहे है ? यानी वेतन से रोटी , कपडा मकान , 
शिक्षा बच्चों का स्तर , पत्नी की सजावट , रिश्तेदारों 
में चलन और संस्कार निभा पा रहे है ,

प्यारो - ईमानदार बनना सरल राह नही है फिर भी ईमानदार बनो 

सधन्यवाद !

भवदीय 
अध्यक्ष IBBIBBP
हरी शंकर शर्मा








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