Friday, 14 April 2017

सिद्ध पीठ कैला मैया भवन की दुर्दशा

प्रिय भारत एवं विश्व वासियो,

विषयः - " सिद्ध पीठ कैला मैया भवन की दुर्दशा "

    राजस्थान करौली में स्थित माता कैला देवी भवन 
की दुर्दशा में राजस्थान सरकार की उदासीनता सामने है,
जिस भाव से नर-नारी बाल गोपालों सहित दर्शन की 
इच्छा से कैला देवी भवन जाता है वह हताशा ही पाता है,
अत्यधिक भीड़ का आलम पुलिस प्रशासन बनाता है 
और मन्दिर प्रशासन लालची पशू की तरह काम कर 
रहा है ।

उदाहरण - कैला देवी भवन का दरवाजा 30 फुट चौडा नही किया गया है ,
कैला देवी भवन में पर्याप्त लाईट नहीं लगायी गयी है बल्की मात्र दीपक जलाया गया है दर्शन ना हो,
यात्री बार - बार लाइन में लगकर समय बर्बाद करता रहे, ' मार भ्रष्टाचारी सोच '


  •  मन्दिर परिसर में संकुचित सोच को अंजाम देकर अधिक बेरीकेट जबरन लगा दिये गये है ।
  • मन्दिर परिसर 1/2 किलोमीटर तक OPEN नहीं रखा है ताकि दर्शनार्थी सकून महसूस कर पायें ,
  • मन्दिर परिसर चारों तरफ से दुकानो से घिरा है जोकि लालच व धन कमाने की नीयत का परिचय है।
  • बडी धर्मशाला से बाजार बना दिया है दोनों तरफ दुकान बनाकर यात्रियों को भवन तक जाने में मुशकिल पैदा की गयी है , जाने का रास्ता व वापस आने का रास्ता अलग-अलग नही है ,
  • भवन के पीछे 500 मीटर जगह नहीं छोड़ी है ताकि यात्री शकून पूर्वक लाभ प्राप्त कर सके,
  • प्रसाद वितरण भवन परिसर से 100 मीटर पर होना चाहिये ।
  • कैला देवी भवन तक रेल लाइन नहीं बिछायी गयी है यात्री को मजबूरन बस सेवा लेनी पडती है जबकी वाया कैला देवी रेल आगरा व कोटा आराम से जा सकती है ।
  • स्नान स्थल बिलकुल बेहुदा है व नंगा है नारी स्नान घर नही बनाया है जहाँ नल व पानी स्वच्छ स्नान वास्ते हो, व कपड़े बदले जा सके ।
  • भवन से 1 KM किलोमीटर दूरी पर सरकारी निवास स्थान नहीं बनाये गये है जहाँ ₹ 30/- प्रतिदिन पर यात्री टिक पायें ,
  • रोटी न्यूनतम ₹ 5/- की एक 
     दाल सब्जी 1 चम्मच ₹ 40 /- की एक बार
     यानि लूट- पाट सरे आम हो रही है , 
     सरकार ₹10/- में दाल + 4 रोटी यात्री गणों को नही दे पा रही है ।
  • पीने का शुद्ध पानी नही मिलता पानी बिक रहा है,
  • राजस्थान रोड़ बेज मनमानी किराया व समय की बर्बादी कर रही है जैसे - कैला देवी भवन से भरतपुर तक सीधी बस सेवा नहीं है पहले हिन्डोन फिर ब्याना फिर भरतपुर 3 बार टिकट काटी जाती है , मूर्खपन दर्शाया जा रहा है ।
  • खूब चोरी होती है जो राजस्थान पुलिस करवाती है ।
  • मन्दिर परिसर में राजस्थान पुलिस खुब धक्का मार कर यात्री गणों के साथ दुर्व्यवहार करती है।
  • दर्शन की इच्छा और राजस्थान प्रशासन का डंडाराज व मन्दिर प्रशासन की खोटी सोच भावनाओं को ठेस पहुँचा रही है इसलिए मात्र 5% लोग ही दर्शन करने जाते है 95% घर पर ही रह जाते है । 
  • अगर उपरोक्त पर अमल किया जाय तो 30% जनता वर्ष 2018 में दर्शन लाभ उठा सकती है ।
सोचो प्यारो , मन का ताला खोलो , ईमानदार बनो ।

सधन्यवाद !
भवदीय 
हरीशंकर शर्मा
अध्यक्ष IBBIBBP
 





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