Monday, 10 April 2017

" नारी उत्पीडन और संविधान " 14 अप्रेल 2017 बाबा साहब अम्बेडकर जी की जयन्ती पर कहानी / सच



प्रिय भारत एवं विश्व वासियों,


संलग्न पेज नारी उत्पीड़न तलाक की कहानी बयां कर रहे है कि भारत समाज में ब्राहम्ण ठाकुर भी भ्रष्टाचारी और नारी शोषण बाज है , मर्दो का डंडाराज आज भी कायम है , नारी न्यायालय नहीं है ,नारी को लोकसभा में  50% आरक्षण नहीं है , यू.पी विधानसभा में 50% आरक्षण नहीं है , आगरा में HIGH कोर्ट बैंच नहीं है , नारी को 100% रोजगार आज भी नहीं है , तभी मर्द जाति बेखौफ नारी उत्पीड़न करता है , अपराधी के आगे न्याय झुक जाता है सर्वोच्य पद IAS भी आज भ्रष्टाचारी बन गया है हे राम सीता तलाक आज मिशाल बन गया है ।


विषय -" नारी उत्पीडन और संविधान "


        14 अप्रेल 2017 बाबा साहब अम्बेडकर जी की            जयन्ती पर कहानी / सच

भारत समाज जहाँ नारी का उत्पीड़न ही कर्म बन गया है , सक्षम ब्राह्मणों ने भंगी जाति की नारीयों को अपना अंश देकर पिता पद पाया और छोड़ दिया , ठाकुर जाति के हजारों भंगी पुत्र आज भी जिवित है , पर पिता का प्यार  मान  नहीं मिला । आज की बर्बादी समाज के धनी ठेकेदारों के कारण की गयी जिसका संविधान कुछ भी न कर सका क्यौंकी रक्षक ईमानदार नहीं है , भारतीय वोटर मशीन ईमानदार नहीं है ।
नोटबन्दी ड्रामा जिसमें RBI काला धन अपने स्तर पर सफेद कर रही है और  50 दिन गरीब समाज तबाह हो गया , फर्जी कारोबार फर्जी कंपनियाँ और फर्जी समाज , जो नारी उत्पीड़न पर भी गर्व करता है न्यायालय भी झुक जाता है , वाह संविधान गुजरात हत्या काण्ड सभी जिन्दा बच गये , कानून बिक गया , सब छूट गये , सलमान बच गया मारने वाला मर गया न्यायालय चुप हो गया , वाह संविधान , वाह हत्यारों वाह री ईमानदारी
वाह री बेरोजगारी प्राईवेट सेक्टर मनमानी
वाह व्यापार जगत बेईमानी वाह राजनीति बाह भारत समाज , बाह भ्रष्टाचार
पैसा देखा IAS भटक गया
पैसा देखा चपरासी फिसल गया
भ्रष्टाचारी चलन पूरा समाज छली बन गया
चरित्र मिट्टी में मिलाया देश- प्रेम मन से भगाया
संविधान में नारी सम्मान है तलाक नहीं है पर
ना हिन्दू माना ना मुसलमान नारी को अबला बना ही डाला , बेचारी मजबूर है , भाग्यहीन है , पराधीन है,
अरमानों का जनाज़ा सामने है , शादी और दहेज मिली आग और मर गयी , बेरोजगारी हाय महामारी, नारी का दुश्मन मर्द समाज, नारी बलात्कार को मर्द वकील, जज, पेशकार सुनता  ।
बाह  संविधान नारी न्यायालय , नारी जज, नारी पेशकार व नारी वकीलों को स्थान ही नही दिया ,
ताकी भ्रष्टाचारी सजा पा सकें ,तलाक शुदा नारी खुल कर अपनी आप बीती नारी न्यायालय जज साहब को बता सकें ,
बाह , मर्द समाज जाति ठाकुर और बलात्कार करता है मेहतरानी से फिर बच्चे को ठाकुर का नाम नहीं देता
उसे दलित कहता है , वाह संविधान , वाह कानून नारी को न्याय नहीं मिला ।

आज ब्रहाम्णों की लड़कीयाँ तलाक शुदा मायुस है पिता के घर जीवन यापन कर रही हैं ,उनके जीवन से खिलवाड़ करने वाला मर्द दूसरी लड़कीयों के साथ मौज़ कर रहा है , संविधान तमाशा देख रहा है , संसद भवन सो रहा है ,वाह दिल्ली बिल्ली बन गयी नारी उत्पीड़न तलाक पर चुप बैठ गयी , नारी उत्पीड़न पर मर्दो को फांसी क्यों नहीं दी जाती है ?
तलाक और बलात्कार पर जल्दी फांसी क्यों नहीं है ?
नारी न्यायालय चलन में क्यों नहीं है ?
नारी समाज को 100% रोजगार क्यों नहीं है ?
नारी संसद की सीट 50% क्यों नहीं है ?
नारी समाज का आधार भारत में 50% क्यों नहीं है?
यू.पी . में 50% रिजर्व सीटें विधायक नारी क्यों नहीं है ?
आगरा , मेरठ , झाँसी , कानपुर में HIGH कोर्ट बैंच क्यों नहीं हैं ? इसलिए कि मर्द जाति को जेल में रखना कानून की मजबूरी बन जायेगी , और मर्द समाज यह चाहता नहीं है , परिषद IBBIBBP बेचारी भ्रष्टाचारियों को तीर की तरह चुभती है । हे राम सीता का तलाक आज मिशाल बन कर नारी उत्पीड़न कर रहा है , आपने ऐसा चलन क्यों किया हे राम ‍!
नारी उत्पीडन बंद करो ।
सधन्यवाद !
भवदीय
अध्यक्ष  IBBIBBP
हरी शंकर शर्मा











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