प्रिय भारत एवं विश्व वासियों ,
विषय ः- भारतीय होली और उत्सव
भारतीय होली परम पावन उत्सव भारत की पहचान
प्रेम-मिलन सत्य धर्म ईमानदारी जीत की पक्की पहचान
भ्रष्टाचारी मूर्ख पिता हिरण्यकश्यप
अपने सगे पुत्र प्रहलाद का बन गया पक्का दुश्मन
प्रहलाद नहीं सन्तुष्ट था पिता के अत्याचार ,
भ्रष्टाचार और अनीतिकारी प्रशासन से
ठन गयी पिता पुत्र में घमासान हो गया
ईमानदार पुत्र की तरफ
भ्रष्टाचारी पिता की तरफ
हर बिंदु पर पिता मात-पर मात खा रहा था
तब प्रहलाद को तंत्र-मंत्र में बांध कर जलाया जा रहा था
ईमानदारो का पूरा ध्यान प्रभु विष्णु नारायण देव में लगा था ,
दयालु प्रभु ने आग में कवच फेंक कर बचा लिया ईमानदार प्रहलाद
और सरेआम पकड़ा पिता और ईमानदारो के सामने नखों से फाङ डाला पेट बुरी तरह
- तडफ रहा पिता हे प्रहलाद बचा बेटा पुत्र ही रक्षक होता है पिता का
ईमानदार समाज बोला नही प्रहलाद जो पिता
अपने ही पुत्र की हत्या करना चाहता हो, बुरा चाहता हो
वह बध करने योग्य है जीवन देता हे तो अधर्म व पाप है , यही धर्म व न्याय है
पिता तड़पता रहा प्रहलाद विवश हो गया
पिता बुरी तरह मारा गया , जानवर योनि में गया
भगवान का प्यार व आर्शीवाद मिला राजा
ईमानदार प्रहलाद बन गया और ईमानदारी छा गयी,
प्रेम-मिलन सत्य धर्म ईमानदारी जीत की पक्की पहचान
भ्रष्टाचारी मूर्ख पिता हिरण्यकश्यप
अपने सगे पुत्र प्रहलाद का बन गया पक्का दुश्मन
प्रहलाद नहीं सन्तुष्ट था पिता के अत्याचार ,
भ्रष्टाचार और अनीतिकारी प्रशासन से
ठन गयी पिता पुत्र में घमासान हो गया
ईमानदार पुत्र की तरफ
भ्रष्टाचारी पिता की तरफ
हर बिंदु पर पिता मात-पर मात खा रहा था
तब प्रहलाद को तंत्र-मंत्र में बांध कर जलाया जा रहा था
ईमानदारो का पूरा ध्यान प्रभु विष्णु नारायण देव में लगा था ,
दयालु प्रभु ने आग में कवच फेंक कर बचा लिया ईमानदार प्रहलाद
और सरेआम पकड़ा पिता और ईमानदारो के सामने नखों से फाङ डाला पेट बुरी तरह
- तडफ रहा पिता हे प्रहलाद बचा बेटा पुत्र ही रक्षक होता है पिता का
ईमानदार समाज बोला नही प्रहलाद जो पिता
अपने ही पुत्र की हत्या करना चाहता हो, बुरा चाहता हो
वह बध करने योग्य है जीवन देता हे तो अधर्म व पाप है , यही धर्म व न्याय है
पिता तड़पता रहा प्रहलाद विवश हो गया
पिता बुरी तरह मारा गया , जानवर योनि में गया
भगवान का प्यार व आर्शीवाद मिला राजा
ईमानदार प्रहलाद बन गया और ईमानदारी छा गयी,
जैसे ः- गुजरात की कीचड़ दिल्ली तक आ गयी
और ईमानदारी होली में बदबू फैल गयी
प्यारो , ईमानदारी से होली उत्सव मनायें और प्रहलाद भक्त
और ईमानदारौ से प्रेम पुर्वक होली खेलें
भ्रष्टाचार समाज में बदबूदार कीचड़ की तरह है , बचैं ,
भ्रष्टाचार समाज में बदबूदार कीचड़ की तरह है , बचैं ,
जैसे अमरीका वाले क्या जाने होली पुरुष मिलन का
प्रेम और आनन्द क्योंकि वह नारी मिलन में ही पाते है सर्वानन्द
ईमानदार की जाति सर्वश्रेष्ठ है भले ही निम्न जाति वाला हो ।
उच्च जाति का भ्रष्टाचारी निकृष्ट जानो , मानो
भारत की होली विश्व मानव प्रेम व ईमानदारी की सच्ची पौराणिक रीति- रिवाज है
धन्य भाग्य बृज धाम के श्री कृष्णा खेलें होली
भारत का मान बढ़ाती होली भाई के तिलक लगाती बहिन, प्रेम बढ़ाती होली
समाज मजबूत बनाती होली , अमीर गरीब को गले मिलाती होली ,
हे राम कितनी प्यारी है भारतवर्ष की होली
जैसे ः- आयी फुआर पिचकारी की मन गद-गद हो गया री ,
गोरी के गाल पर लाल गुलाल देख मन खूब नाचें री
ताऊ के माथे पर पीला तिलक देख हँसी आयी री
सुदामा लगत है ताऊ जी देखों होली आयी री
गोरी के गाल पर लाल गुलाल देख मन खूब नाचें री
ताऊ के माथे पर पीला तिलक देख हँसी आयी री
सुदामा लगत है ताऊ जी देखों होली आयी री
देवर नाचे बैण्ड- बाजे में मटक - मटक भावें
पाक पकवान मिठाई बरसें भारत समाज में
ठंडा पानी मीठा पानी मिठास लावे समाज में
भीगा बदन ऊपर से गुलाल रंगीन सूरत प्यारी लगे
हँसी आती देख बच्चा पिचकारी से होली खेले
पूरा समाज भारत में खुब खुशी मनाता
एक दिन पूरा भारत प्रेम खूब बरसाता
ईमानदारी होली भारत की सर्वोत्म त्यौहार
प्रेम-बढ़ाती भारत में आया होली का त्यौहार
सधन्यवाद !
भवदीय
हरीशंकर शर्मा
अध्यक्ष IBBIBBP
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